फार्मा टेस्टिंग लैब शुरू, सभी दवाइयों की होगी जांच 

करनाल। प्रदेश के उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि सरकार करनाल को फार्मा हब बनाने और इसकी पहचान फार्मा सिटी के नाम से स्थापित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। वे यहां फार्मा कलस्टर के लिए लगभग 12 करोड़ से बने कॉमन फैसिलिटी सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
उद्योग मंत्री ने बताया कि यह कॉमन फैसिलिटी सेंटर हरियाणा की पहली फार्मा टेङ्क्षस्टग लैब है, जहां सभी प्रकार की दवाइयों की जांच होगी। साथ ही नई दवाइयां बनाने से संबंधित शोध भी किया जा सकेगा। लैब के करनाल में स्थापित होने से प्रदेश सहित आस-पास के राज्यों में स्थापित दवा कंपनियों को भी लाभ होगा। इस लैब में एलोपैथिक, आयुर्वेदिक तथा हर्बल दवाइयों के साथ-साथ कॉस्मेटिक्स और फूड सप्लीमेंटस की भी जांच हो सकेगी। उन्होंने बताया कि यह अत्याधुनिक लैब करनाल में फार्मा उद्योग को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध होगी, जिससे आने वाले समय में युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। लैब दवा कंपनियों को उनके अपने दवा उत्पाद बनाने में सहायक सिद्ध होगी तथा इस लैब में फार्मा सेक्टर से जुड़े 100 से अधिक युवाओं को नौकरी भी मिलेगी। यही नहीं, फार्मा उद्योग को हरियाणा में बढ़ावा देने के लिए सरकार ने फार्मा पॉलिसी भी बनाई है।
 वहीं, उद्योगों एवं वाणिज्य विभाग के एसीएस देवेन्द्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में हरियाणा उद्योगों को बढावा देने के लिए बेहतर कार्य कर रहा है। फार्मा कलस्टर को समर्पित यह टेस्टिंग लैब निश्चित ही फार्मा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मील का पत्थर साबित होगी और करनाल एक फार्मा हब बनकर उभरेगा। करनाल के फार्मा पार्क के लिए हरियाणा सरकार की ओर से 50 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त करनाल में प्रिंट एंड पैक, एडवरटाइजिंग, बेकरी, प्लास्टिक, कृषि यंत्र तथा डेयरी कलस्टर स्थापित करने के लिए भी कार्य जारी हैं। इसी प्रकार पानीपत में टैक्सटाइल कलस्टर स्थापित करने के लिए भी सरकार ने योजना बनाई है। उद्योगों एवं वाणिज्य विभाग आने वाले समय में 12 बड़े कलस्टरों के साथ कई छोटे कलस्टर स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। हरियाणा में इस व्यवस्था से आने वाले समय में युवाओं को रोजगार के लिए अपने ही प्रदेश में बेहतर अवसर मिलेंगे। इस मौके पर फार्मा उद्योग एसोसिएशन के प्रधान एमएल शर्मा, सेंटर फॉर टेस्टिंग एंड रिसर्च के निदेशक एवं कॉमन फैसिलिटी सेंटर प्रबंधक अर्जुन अरोड़ा, एमएसएमई के निदेशक मेजर ङ्क्षसह, नीलोखेड़ी के विधायक भगवान दास कबीरपंथी, पूर्व उद्योग मंत्री शशिपाल मेहत्ता, फार्मा मैन्यूफेक्चरर एसोसिएशन के प्रेजीडेंट आरएल शर्मा, रमन गुप्ता, संजीव वैद, राजेश चावला, जीएस भंडारी व नरेंद्र अरोड़ा भी मौजूद रहे।
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