नकली दवा बनाने के तीन आरोपी दबोचे

रुड़की। औषधि नियंत्रण और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त टीम ने नकली दवा बनाने वाले तीन लोगों को दबोचा है। आरोपियों के कब्जे से 13 पेटी प्रतिबंधित दवाएं और सिरप भी बरामद हुई हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे कई साल से इस धंधे में शामिल हैं। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की औषधि नियंत्रण टीम काफी दिनों से इनकी तलाश में थी। टीम ने तीनों को गिरफ्तार कर सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया है।
गौरतलब है कि आठ सितंबर को उत्तर प्रदेश की औषधि नियंत्रण की टीम ने रुडक़ी में नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी थी। इसके बाद हरिद्वार के औषधि निरीक्षक नीरज कुमार, पौड़ी गढ़वाल के औषधि निरीक्षक सुधीर कुमार ने नारकोटिक्स सेल के सुनील कुमार और देशराज के साथ नकली दवा बनाने वालों को पकडऩे की योजना पर काम शुरू किया था। आखिरकार टीम को सफलता मिली। औषधि नियंत्रण और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त टीम ने जाल बिछाकर एक युवक को 7500 रुपए देकर दवा खरीदने के लिए लगाया था। इसी के तहत नकली दवाएं बनाने वाला लीडर एक साथी के साथ तीन पेटी नकली कफ सिरप लेकर दिल्ली हाईवे पर ग्रीन होटल के पास पहुंच गया। टीम की ओर से लगाया गया युवक भी दवा लेने मौके पर पहुंचा और उनके बीच डील हुई। डील के दौरान नकली दवा बनाने वाले ने तीन पेटी कफ सिरप दे दिया। तभी टीम ने दवा की डिलिवरी करने आए जावेद और महेश को दबोच लिया।
साथ ही टीम की ओर से दी गई रकम भी वापस ले ली। कार्रवाई की खबर लगते ही क्षेत्र में नकली दवा का कारोबार करने वालों में खलबली मच गई। पूछताछ के बाद टीम ने तीसरे आरोपी विपिन कुमार को भी पकड़ लिया गया और तीनों को सिविल लाइंस कोतवाली में लाया गया। औषधि निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि जावेद मोहम्मदपुर मोहनपुरा रुड़की का रहने वाला है। उसके पास फूड प्रोडक्ट बनाने का लाइसेंस है, जिसकी आड़ में वह नकली दवा का कारोबार करता है। जबकि विपिन कुमार मोहम्मदपुर जट रुड़की और तीसरा आरोपी महेश सैनी डाडा पट्टी भगवानपुर का रहने वाला है। तीनों के खिलाफ सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। औषधि निरीक्षक नीरज कुमार ने बताया कि मोहम्मदपुर मोहनपुरा जावेद के पास फूड प्रोडक्ट बनाने का लाइसेंस है। इसी की आड़ में वह नकली और प्रतिबंधित कोडिन कफ सिरप बनाकर मेडिकल स्टोरों पर सप्लाई करता है।
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