कैमिस्ट दवा बेच रहे या ‘जहर’ 

बक्सर। जिले में नकली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है। शहर की तीन दुकानों से लाखों रुपये की दवाओं के जब्त होने के बाद इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। जीएसटी से बचने के लिए यहां के दवा दुकानदार ‘जहर’ बेच रहे हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो अधिक मुनाफे के लिए ये लोगों की ङ्क्षजदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि यह सब स्वास्थ्य विभाग की आंखों के सामने हो रहा है। कोई कार्रवाई न हो पाने से इन दवा दुकानदारों के हौसले बुलंद हैं। सूत्रों की मानें तो जीएसटी से बचने के लिए दवा दुकानदारों ने नई तरकीब निकाली है।
ये लोग एक तरफ जीएसटी के अंतर्गत दवाओं की खरीद करते हैं तो दूसरी और जीएसटी से बचने के लिए इन नकली दवाओं की खरीद बगैर जीएसटी के कर रहे हैं। बताया जाता है कि इन नकली दवाओं में उन दवाओं से ज्यादा मुनाफा होता है जिसमें जीएसटी देना होता है। ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने छापेमारी के बाद जब दवा दुकानदारों से नकली दवाओं की खरीद के कागजात मांगे तो वे उसे नहीं दे सके। औषधि नियंत्रण विभाग के अंतर्गत यहां ड्रग इंस्पेक्टर भी मौजूद हैं।
बावजूद इनकी जांच में इसका खुलासा नहीं होता। इसके पीछे विभाग की मिलीभगत स्पष्ट दिखलाई दे रही है। इस बारे में बक्सर के औषधि निरीक्षक अजय शंकर लोरिक का कहना है कि जिले में दवा दुकानों की जांच होती है। दवाओं के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाते हंै। जांच में नकली दवा की पुष्टि होने पर संबंधित दुकान पर कार्रवाई होती है। इस मामले में कार्रवाई के लिए अभी विभागीय आदेश नहीं आया है।
Advertisement