चंडीगढ़। अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे पर दप्पर टोल प्लाजा के पास बदमाशों ने लाखों रुपए कीमत की दवाइयों से भरा ट्रक लूट लिया और फरार हो गए। लुटेरों ने ट्रक ड्राइवर को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया। लुटेरे ड्राइवर को बब्याल (हरियाणा) के पास चलते ट्रक से नीचे फेंक गए जबकि खाली ट्रक यमुना नहर से बरामद हुआ है। दवाइयां नेक्टर लाइफ साइंसेज कंपनी की बताई गई हैं। इनकी बाजारी कीमत करीब 75 लाख रुपए है। बता दें कि इसी कंपनी की दवाओं की बीते नौ महीने में यह तीसरी चोरी है। लुटेरों ने ड्राइवर से नकदी और फोन भी छीन लिया था। लालडू पुलिस ने केस दर्ज किया है।
दवा कंपनी के प्रशासकीय अधिकारी संजय सिंगला ने बताया कि स्पॉटॉन लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट कंपनी चंडीगढ़ के ट्रक में 75,06,275 रुपए की दवाएं 65 डिब्बों में भरकर रखी गई थीं। दवाएं मुंबई और अहमदाबाद भेजी जा रही थीं। रात करीब आठ बजे ट्रक अंबाला कैंट के लिए रवाना हुआ और दप्पर टोल प्लाजा के बाद लापता हो गया। ट्रक ड्राइवर परविंदर सिंह ने अगले दिन तडक़े शाहबाद लाडवा रोड पर बब्याल के पास एक ईंट-भट्ठे से फोन किया कि ट्रक को लेहली टी-पॉइंट के पास तीन लोगों ने अगवा कर लिया। टी-पॉइंट पर धीमे हुए ट्रक पर तीन लोग चढ़ गए। उसे कंडक्टर वाली सीट पर बिठा दिया। जान से मारने की धमकियां देते हुए ट्रक को शाहबाद लाडवा रोड पर ले गए, फिर मोबाइल और नकदी छीनकर उसे चलते ट्रक से नीचे फेंक दिया। यह ट्रक हरियाणा में छछरौली के पास भौरुका पावर हेड के नजदीक यमुना नहर में आधा डूबा हुआ मिला। सिंगला के अनुसार ट्रक से दवाओं के सभी 65 डिब्बे गायब थे। मोहाली की एक कंपनी के मदरबोर्ड के कुछ डिब्बे ही कंटेनर में मिले हैं। दवा के हर डिब्बे का वजन 20 से 25 किलो के बीच था। लुटेरों ने ये डिब्बे किसी दूसरे वाहन में शिफ्ट किए होंगे। कंपनी के कुछ लोगों की मिलीभगत की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।