शिंदे मंत्रालय में व्यस्त, गुप्ता केआडियो से हंगामा

957 दवा विक्रेताओं के लाइसेंस सस्पेंड करने का मामला

 अंबाला

केंद्रीय सरकार ने शेड्यूल एच1 के रिकार्ड पर कड़ाई से अमल करवाना शुरू कर दिया है, जिस कारण करीब 957 दवा विक्रेताओं के दवा विक्रय लाइसेंस लंबे समय के लिए सस्पेंड कर दिए गए। ओडियो में राष्ट्रीय महासचिव ने बोला था कि (26/2/16) तक शेड्यूल एच1 के कारण देश भर में एक भी मामला प्रकाश में नहीं आया कि सरकार या औषधि प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया हो। केंद्रीय औषधि प्रशासन ने महाराष्ट्र औषधि प्रशासन के के माध्यम से शेड्यूल एच1 पर अपना रुख कड़ा किया और करीब 957 दवा विक्रेताओं की दवा का धंधा ठप्प कर उनके पारिवारिक भरण पोषण के आंकड़ों को झ्ंकझोर दिया। इन दवा विक्रेताओं के माध्यम से लाखों लोग स्वास्थ्य लाभ अर्जित कर रहे थे जो अब दवा लेने के लिए दूर-दूर भटकने को विवश है।

महाराष्ट्र के औषधि नियंत्रक ओम प्रकाश सादवानी ने बताया कि औषधि एवं प्रसाधन अधिनियमों की अवहेलना के चलते विभाग ने जनहित में कड़े कदम उठाए हैं। सादवानी ने बातों-बातों में आडियो को याद करवाया,  एच1 पर कार्य करना शेष है का भी जिक्र किया। आडियो छोडऩे वाले राष्ट्रीय महासचिव सुरेश गुप्ता ने फोन ही नहीं लिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के अध्यक्ष जे.एस. शिंदे ने स्वयं के मंत्रालय में व्यस्त होने की बात कही। हां,  समस्या का शीघ्र हल निकाल लेने की बात जरूरी कही। महाराष्ट्र के महासचिव अनिल भाऊ नावंदर ने कहा कि विभाग अपना कार्य कर रहा है। उन्हें भी तो अपना रिपोर्ट कार्ड सरकार को देना होता है। जहां कहीं दवा विक्रेताओं के कार्य प्रणाली में कमी नजर आई है, उसे शीघ्र ठीक करवाया जा रहा है और भविष्य में इस की पुनरावृत्ति न हो ऐसा सुनिश्चित किया जा रहा है। देखना यह है कि आडियो का असर अब कौन से राज्य में होगा।

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