दवा कम हुई तो अब फार्मासिस्ट नहीं चिकित्सा अधिकारी पर गिरेगी गाज

लखनऊ। गोरखपुर में 60 से ज्यादा बच्चों की मौत के बाद सबक लेते हुए राज्य के चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह सिंह बेहद सख्त नजर आ रहे हैं। भुगतान की वजह से प्रदेश के किसी भी अस्पताल में यदि दवा या ऑक्सीजन की कमी हुई तो सीधे तौर चिकित्सा अधिकारी जिम्मेदार होगा। प्रत्येक अस्पताल में जरूरी दवाएं, संसाधन और ऑक्सीजन का कोटा पूरा करने के आदेश जारी किए जा चुके हैं।
अधिकारियों को निर्देश देते हुए चिकित्सा मंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित बाढ़ चौकियों पर आवश्यक दवाओं एवं चिकित्सकों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाएं। बाढ़ के बाद पानी घटने पर कई संक्रामक बीमारियों के पनपने की संभावना के साथ सांप काटने की घटनाएं भी घटित होती है इसलिए समय से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों खासतौर से ग्रामीण इलाकों में क्लोरीन टेबलेट तथा ओआरएस किट का वितरण सुनिश्चित किया जाए और जिला चिकित्सालयों सहित सीएचसी एवं पीएचसी पर पूरी मात्रा में एंटी स्नेक वीनेम के स्टाक को भी मेनटेन रखा जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

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