किराना दुकान पर भारी मात्रा में मिले नशीले इंजेक्शन, 3 गिरफ्तार

नशीली टेबलेट
छत्तरपुर। जिला पुलिस ने महोबा रोड स्थित टौरिया मोहल्ले की एक किराना दुकान पर छापामारी कर भारी मात्रा में नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। पुलिस ने दो महिलाओं सहित तीन लोगों को भी हिरासत में लिया है।
जानकारी अनुसार पिछले कई महीनों से सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के महोबा रोड स्थित टौरिया मोहल्ले में छात्रावास के पीछे एक किराना दुकान से नशीली दवाओं का कारोबार संचालित हो रहा था। मुखबिर की सूचना पर एएसपी जयराज कुबेर, सीएसपी उमेश शुक्ला, कोतवाली टीआई अरविंद सिंह दांगी, एसआई मुकेश शाक्य और प्रथा दुबे, ड्रग इंस्पेक्टर देवेंद्र जैन सहित महिला पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर इस किराना दुकान की तलाशी ली। इस कार्रवाई के दौरान थाना पुलिस ने दो महिलाओं सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। तीनों आरोपी महोबा उप्र के मूल निवासी हैं और एक ही परिवार से हैं। फिलहाल टौरिया मोहल्ला छतरपुर में छात्रावास के पीछे घर में रहते हैं। साथ ही किराना दुकान संचालित करते हैं। पुलिस ने दुकान संचालित करने वाली टौरिया मोहल्ले की महिला शमा खान, बबलू उर्फ इम्तियाज खान और नीलू पुत्र महबूब को गिरफ्तार किया गया है। टीआई दांगी ने बताया कि तीनों दुकान संचालकों पर नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। आरोपियों के पास से पुलिस ने दो प्रकार के इंजेक्शन बरामद किए हैं। एविल इंजेक्शन की 103 शीशियां मिली हैं। साथ ही 26 लीजेसिक इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपी महोबा उप्र से ही इन इंजेक्शन लाते थे। नशे के आदी हो चुके लोगों को ये दोनों इंजेक्शन मिलाकर दिए जा रहे थे। लीजेसिक इंजेक्शन 2 एमएल और एविल इंजेक्शन 0.3 एमएल दिया जा रहा था।  जिला अस्पताल के सर्जन डॉ. सुनील चौरसिया ने बताया कि लीजेसिक इंजेक्शन एक दर्द निवारक है। जब किसी मरीज को असहनीय दर्द होता है तब लीजेसिक दिया जाता है। जब बाजार में मिलने वाली दर्द निवारक दवाएं काम करना बंद कर देती हैं, तभी डॉक्टर की सलाह से इसे दिया जाता है। इसका ओवरडोज लेने वाले व्यक्ति की सांस रुक सकती है और जान भी जा सकती है। इसी प्रकार एविल दवा किसी मरीज को किसी रसायन का रिएक्शन होने या चर्म रोग होने पर दिया जाता है। इसका इंजेक्शन लगाने से एक साधारण व्यक्ति को बहुत अधिक नशा आ जाता है। यह जानलेवा है। इन दवाओं को नशे के रूप में लेना बहुत गलत है। यह सभी दवाएं डॉक्टर की सलाह पर ही खरीदी और बेची जा सकती हैं।
Advertisement