अवैध क्लीनिक सील, 70 प्रकार की दवाइयां बरामद

फतेहाबाद। गांव हिजरावांखुर्द में नशे के कैप्सूल सहित पकड़ा गया तस्कर प्रेमचंद वास्तव में एक झोलाछाप चिकित्सक निकला और वह गांव में ही अपना एक क्लीनिक भी चलाता था। ये खुलासा उसने रिमांड के दौरान पुलिस पूछताछ में किया। इस खुलासे के बाद सीआईए टीम ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जिसके बाद विभाग की एक विशेष टीम ने देर रात ही गांव में स्थित प्रेमचंद के क्लीनिक पर छापा मारा। टीम को क्लीनिक में जांच के दौरान 70 प्रकार की अलग-अलग दवाइयां मिली, जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया।
डिप्टी सीएमओ डा. गिरीश ने बताया कि आरोपी प्रेमचंद्र के गांव में स्थित क्लीनिक की जांच के दौरान 70 तरह की दवाइयां बरामद हुई हैं। इनमें एंटीबायोटिक, पैन किलर, आयुर्वेदिक, इंजेक्शन आदि शामिल हैं। इनमें कई दवाइयां प्रतिबंधित हैं लेकिन उसने स्वास्थ्य विभाग से किसी प्रकार का कोई लाइसेंस नहीं ले रखा है। कार्रवाई की पूरी रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को भेज दी गई है। दूसरी ओर, पुलिस ने झोलाछाप चिकित्सक प्रेमचंद्र को कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने आरोपी चिकित्सक और उसे नशीली दवाइयां सप्लाई करने के आरोपी जगदीश निवासी कारियां को न्यायिक हिरासत में हिसार जेल भेज दिया।  गौरतलब है कि सदर थाना पुलिस ने हांसपुर रोड स्थित हिजरावां टी प्वाइंट पर नाका लगाया हुआ था। इस दौरान पुलिस ने बाइक पर जा रहे आरोपी आरएमपी प्रेमचंद को ट्रामाडोल के 170 कैप्सूल सहित काबू कर लिया। आरोपी ने पुलिस रिमांड के दौरान खुलासा किया कि वह गांव में अपना क्लीनिक चलाता है। इसके बाद मामले की जांच कर रहे एएसआई देवीलाल ने क्लीनिक की जांच करने की शिकायत स्वास्थ्य विभाग को दी। स्वास्थ्य विभाग ने उक्त अस्पताल पर दबिश देकर दवाइयां बरामद कर ली और अस्पताल सील कर दिया। डिप्टी सीएमओ डा. गिरीश ने बताया कि प्रेमचंद के पास क्लीनिक चलाने के लिए कोई वैध डिग्री या डिप्लोमा नहीं मिला।
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