खांसी समेत 18 दवाइयां मिलीं नकलीं

मदनगंज-किशनगढ़। राज्यभर में नकली दवा का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। मरीज जिन ब्राडेंड दवाओं को महंगे दामों पर बाजार से खरीदकर बीमारी से छुटकारा पाने की उम्मीद किए बैठे हैं, उन दवाओं में वह तत्व ही मौजूद नहीं हैं, जिससे बीमारी ठीक होगी।
बता दें कि बाजार में ड्रग रैकेट्स ने नामी कंपनियों की नकली दवाएं तक बाजार में उतार रखी हैं। ऐसी कई दवाएं पकड़ी गई हैं जिनमें साल्ट तय मानकों से या तो बहुत कम था या फिर अधिक था। ऐसी 18 तरह की दवाओं को विभाग ने राज्यभर से फ्रिज करवाया हुआ है। जांच रिपोर्ट में सामने आने के बाद एक तरफ दवाओं को वापस भिजवाया जा रहा है। वहीं नकली दवाओं के निर्माताओं पर प्रदेश में पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। नकली और अमानक पाई गई यह दवाएं उल्टी, दस्त, खांसी, एलर्जी, अस्थमा रोग के इलाज के लिए और एंटीबायोटिक श्रेणी की हैं।
औषधि नियंत्रक विभाग ने राज्यभर में इन दवाओं के सैंपल लिए, जो जांच में फेल पाए गए हैं। यह दवाएं बिकने के लिए बाजार में पहुंच चुकी थीं। विभाग ने इनके सैंपल लेकर फ्रीज कर दिया था। नकली पाई गई दवाओं को बिक्री के लिए पूरी तरह से रोक लगा दी गई है और स्टॉक को भी वापस मंगवा लिया गया है।
जो दवाएं नकली मिली हैं, उनमें पेंटाप्राजोल एंड डॉमपेरीडोन टेबलेट, मोंटिलूकास्ट सोडियम एंड लिवोसिट्राजिन हाइड्रोकलोराइड टेबलेट, एंट्रिक कोटेड पेंटाप्राजोल सोडियम एंड डॉमपेरीडोन एसआर कैप्सूल, पेंटाप्राजोल गेस्ट्रो रेजिस्टेंट टेबलेट आईपी, सेफपोडोक्सिन टेबलेट आईपी 200 एमजी, एमोक्सिलीन एंड पोटेशियम क्लेवुलेनेट, केल्सियम सप्लीमेंट विद विटामिन डी 3 टेबलेट, सेफीक्सिम टेबलेट, एजीथ्रोमाइसिन टेबलेट, गलीमेप्राइड एंड मेटफॉरमिन हाइड्रोकलोराइड टेबलेट, टेलमिस्ट्रेन टेबलेट, केल्सियम कार्बोनेट, डाइक्लोफेंस सोडियम आदि के नाम शामिल हैं।
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