माता-पिता बना रहे बच्चों को फेफड़ों का रोगी

नई दिल्ली। एक अध्ययन में बताया गया है कि माता-पिता के धूम्रपान की आदत से उनके बच्चों में फेफड़ों का रोग होने का खतरा बना रहता है। ऐसे बच्चों को जिंदगी में आगे चलकर क्रोनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिकी शोधकर्ताओं का कहना है कि धूम्रपान के माहौल में बचपन गुजारने वाले लोगों में सीओपीडी के चलते मौत का खतरा 31 फीसद ज्यादा पाया गया। जबकि ऐसे माहौल में रहने वाले वयस्कों में इस बीमारी के चलते असमय मौत का खतरा नौ फीसद अधिक पाया गया।
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