दवा विक्रेताओं की मनमानी जारी….

अम्बाला। रिटेलर हो या होलसेलर सभी एफडीए के नियमों की जमकरधज्जियां उड़ा रहे हैं। राज्य के किसी भी शहर या कस्बे में देख सकते हैं कि औषधि प्रशासन द्वारा ग्रांट किए गए लाइसेंस की सीमा कोलाज रिटेलर-होलसेलर कई फीट सड़क पर सामान रखकर अतिक्रमण करते हैं, वहीं दवाइयां धूप, बरसात व धूल-मिट्टी में पड़ी अपना वजूद खो देती हैं।

दवा दुकानों के काउंटर 5 से 8 फीट तक बाहर निकाल लेते हैं जिन पर दवाइयां, प्रोटीन, शक्तिवर्धक पाउडर, बच्चों को दिए जाने वाले सेरेलेक, लैक्टोजेन दूध आदि रखे होते हैं। यह मौसम के थपेड़ों से अपनी मूल गुणवत्ता को खो देते हैं। इससे जहां दवाओं की शक्ति समाप्त होती है, वहीं इनका सेवन मनुष्य व अबोध बच्चों पर प्रतिकूल पड़ता है। कारण यह कि प्रत्येक दवा पर यह अंकित रहता है कि दवा एक निश्चित तापमान पर ही रखी जाए।

वैक्सीन इंजेक्शन को फ्रिज में न्यूनतम तापमान पर रखा जाता है परंतु जमना नहीं चाहिए तथा वैक्सीन एवं मधुमेह के इंजेक्शन थोक दवा विक्रेता से रिटेल विक्रेता के जरिए रोगी के घर तक कूल चेन में ही पहुंचने चाहिए ताकि दवा अपना अस्तित्व ना खोए। कुछ रिटेल दवा व्यवसाइयों को अपनी दुकानों में शीशे के साथ सटाकर रखी जाने वाली दवाओं को डिस्प्ले के मन से तो रखा जाता है परंतु धूप इन दवाओं का स्वास्थ्य बिगाड़ देती है। इस बारे में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन समय-समय पर दवा व्यवसाइयों को जागरूक तो करते हैं परंतु दवा व्यवसाई इस पर कोई उचित ध्यान नहीं देते। ऐसे में दवाइयां सैंपल लेने के बाद जीरो तथा निम्न स्तर की आती हैं।

थोक दवा विक्रेता जमकर पूरे राज्य में ड्रग एंड कॉस्मेटिक ऐप्स की धज्जियां उड़ाते हैं। लगभग 90 फीसदी थोक दवा विक्रेता रिटेल कारोबार करने में अधिक रुचि दिखाते हैं। इस बारे एक जागरूक रिटेलर ने सीनियर ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर को लिखित रूप में भी दिया था परंतु ड्रग कंट्रोल ऑफिसर ने सीधे उस थोक दवा विक्रेता को बता दिया कि अमुक रिटेलर ने आपके विरुद्ध शिकायत पत्र दिया है।

ऐसे में ड्रग कंट्रोल ऑफिसर की भूमिका विभाग के नियमों को ताक पर रखकर मनमानियां करने की खुली छूट उपलब्ध करवा रही है। इससे विभाग की विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लग जाता है। ऐसे में क्या फूड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ऐसे लापरवाह होलसेल तथा रिटेल दवा विक्रय करने वालों की कारगुजारी पर अंकुश लगाने में कोई रुचि लेगा या मरीजों को अनभिज्ञता के चलते निम्न गुणवत्ता वाली दवाएं खाने पर विवश होने देगा।

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